मेरी ख़ामोशी का ये अर्थ नहीं कि तुम सताओगी तुम्हारी जुस्तजू या फिर तुम ही तुम याद आओगी
वो तो मैं था कि जब तुम थी खड़ी मेरे ही आंगन में मैं पहचाना नहीं कि तुम ही जो आती हो सपनों में
खता मेरी बस इतनी थी कि रोका था नहीं तुमको समझ मेरी न इतनी थी पकड़ लूं हाथ, भुला जग को
पड़ेगा आना ही तुमको कि तुम ही हो मेरी किस्मत भला कैसे रहोगी दूर कि तुम ही हो मेरी हिम्मत
कि जब आयेगी हिचकी तुम समझ लेना मैं आया हूँ तुम्हारे सामने दर पे एक दरख्वास्त लाया हूँ
कि संग चलकर तुम मेरी ज़िंदगी को खूब संवारोगी मेरे जीवन की कड़वाहट को तुम अमृत बनाओगी
पनाहों में जो आया हूँ रहम मुझ पर ज़रा करना अब आओ भी खडा हूँ राह पर निश्चित है संग चलना
- अनामिका घटक
WARM REGARDS,
AKHTAR KHATRI No credit for me...credit to EVERYONE for sharing *****help what we can with others in need...the world is ONE big family***** "If friendship is your weakest point then you are the strongest person in the world." ALL THE MAILS POSTED BY ME R NOT MY PROPERTY, ALL R TAKEN FROM NET, IF SOMETHING IS COPYRIGHTED PLZ INFORM ME, SO THAT I MAY NOT POST THE MATERIAL IN THE FUTURE |
VISIT RUKHSANA FM ONLINE RADIO
http://www.freewebs.com/rukhsanafm
http://www.freewebs.com/rukhsanafm
http://www.freewebs.com/rukhsanafm
http://www.indiaonlinefm.com
http://www.indiaonlinefm.com
http://www.indiaonlinefm.com
***********************************
Enjoy your stay at Rukhsana Group.
Moderators Rukhsana Group:
Aika Rani, Lilly ,A k h t a r,Mumtaz Ali
Contact us at: llolli_bobby@yahoo.com
Aika_Rani@Yahoo.Com
akhtar_khatri2001@yahoo.com
Rukhsana-owner@yahoogroups.com
**********************************
0 comments:
Post a Comment